My book sundarkand is an easy adaptation of Ramayan sundarkand.

AFTER THE INCREDIBLE SUCCESS OF THE ALBUM BASED ON RAMAYAN’S SUNDERKAND, LYRICIST SUSHIL AGARWAL IS READY WITH HIS HOOK TITLED ‘SUNDERKAAND’.
THE BOOK IS AN EASY ADAPTATION OF OF THE DIVINE SUNDERKAND FROM TULSIDAS’ EPIC ‘RAMAYAN’

LYRICIST SUSHIL AGARWAL SAY’S :
“Now the time of filming Bhajan for the Silver Screen has returned and I am being offered to write Bhajans.
I believe that my book with easy adaption of ‘Sunderkaand’ will be liked by people likewise the way my Album was praised by them” …

By
SHARAD RAI

August 27, 2023
10 : 00 P M

वीडियो एलबम “सुंदरकांड” का सरल हिंदी भावार्थ लिखने वाले गीतकार सुशील अग्रवाल अब सरल हिंदी में पुस्तक लेकर आए हैं “सुंदरकांड”

*शरद राय
महाकवि तुलसीदास रचित रामायण का सबसे प्रिय और आध्यात्मिक भाव देने वाला कांड है सुंदर कांड। अवधी भाषा मे लिखे गए इस खण्ड काव्य को और सरल तथा सहज हिंदी भाषा में लिखकर उस पर कुछ समय लगा तो लोगों को और भी समझ मे आने लगा। लोगों को देशी अंदाज में गा कर मजा आने लगा। फिर मित्रों की सलाह पर मैंने इसका एलबम बनाया जो बहुत पसंद किया गया। अबतक विभिन्न भजन मंडलियों द्वारा सरल
सुंदरकांड के सैकड़ों आयोजन हो चुके हैं। अब उसी को हमने किताब रूप में पब्लिस करा दिया है।” इसके लिए गीतकार सुशील अग्रवाल को एक घटना क्रम में हनुमान जी से प्रेरणा मिली है, वे ऐसा मानते हैं। अंतर्लीन हो चुके जगत गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद के परम् शिष्य सुशील अग्रवाल को ऐसा करने की प्रेरणा और आशीर्वाद उनके गुरु से मिला था। वह कहते हैं- “सबकी इच्छा और श्रद्धा से ही ईश्वर कार्य होते हैं।”

गीतकार के रूप
में सुशील अग्रवाल ने भजन पक्ष को ही अपनी लेखनी का आधार बनाया और वह सैकड़ों भजन व गीत लिख चुके हैं। पेशे से आई टी व बैंकिंग कंसल्टेंट तथा वास्तु विधा के एक्सपर्ट वह स्वान्तः सुखाय के लिए गीत लिखते हैं। उनकी अगली रचना 200 दोहों की ‘अमरवाणी’ शीघ्र ही प्रकाशित होने वाली है। इसके अलावा वह सरल हिंदी में ‘श्री कृष्ण की जन्मकथा’ भी लिख चुके हैं।
वाला भजन है। निर्मात्री राजश्री वर्मा के एक एलबम के लिए वह दो गाने लिखे हैं जो आनेवाला है। अपने पिता स्व. छेदालाल कन्हैया लाल के लिखे राम भजनों का एक एलबम वह श्रद्धांजलि स्वरूप निकालने की तैयारी में हैं।इसकी गायिका-कम्पोजर हैं सीमा जायसवाल।
इनदिनों जब देश में आध्यत्मिक भावना का परचम लहरा रहा है, गीतकार सुशील वर्मा कहते हैं- “अब सिनेमा के पर्दे पर भजनों का दौर लौटने का समय आ गया है। मेरे पास गीत लिखने के प्रस्ताव आरहे हैं। मैं मानता हूं मेरी किताब सरल “सुंदरकांड” भी लोगों को वैसे ही पसंद आएगी जैसे एलबम आया है

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